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मध्यप्रदेश इंदौर की एक 47 वर्षीय विवाहित महिला अपने पति से तंग आकर स्वयं से 13 साल छोटे अपने प्रेमी संग फरार हो गई | सूचना के आधार पर महिला का पति प्रॉपर्टी ब्रोकर है , जबकि नया प्रेमी बना सख्स एक ऑटो रिक्शा चालक है | इस ऑटो रिक्शा चालक की उम्र महिला से 13 साल कम है |
महिला बीते सोमवार को खरजाना पुलिस थाने पहुंची और अपना ब्यान दर्ज कराया | यह महिला 47 लाख रुपये और जेवरात के साथ पिछले 13 अक्टूबर को घर से फरार हुई थी | 9 नवम्बर को लगभग एक माह के बाद वह अपनी जेवरात के साथ पुलिस चौकी पहुंचकर कहा कि - वह अपने पति के साथ रहना चाहती है |
आश्चर्य इस बात का है कि - महिला के पति उसे अब भी साथ में रखना चाहते हैं , यह बात बहुत हीं सुखद है |
खरजाना थाने की CSP जयंत राठौर के अनुसार 13 अक्टूबर को खरजाना इलाके के प्रॉपर्टी ब्रोकर की पत्नी अपने से 13 साल छोटे ड्राईवर के साथ घर के तिजोरी से 47 लाख रुपये लेकर फरार हुई थी | इनके पति काफी धनवान है | उन्होंने बताया कि - 34 लाख रुपये ड्राईवर के 2 दोस्तों के बीच बाटें गए थे , जिसमे एक रितेश ठाकुर और दूसरा फुरकान | इन दोनों से पुलिस ने 34 लाख रुपये पूर्व में हीं बरामद कर लिए थे | सूचना मिलने के बाद से हीं पुलिस हड़कत में आयी और महिला के साथ ऑटो ड्राईवर की गिरफ्तारी के लिए कई जगह छापेमारी की थी | परन्तु दोनों में कोई भी पुलिस के हाथ नहीं आ सका |
करीबन एक माह तक ये दोनों कई शहर घूमने के बाद लौटे है | जब रुपये लेकर घर से निकले थे , तो महिला ने एक स्विफ्ट डिजायर टैक्सी को हायर किया था और सबसे पहले पीथमपुर गए , उसके बाद जावरा , फिर शिर्डी , फिर लोनावाला के बाद खंडाला , नासिक , बड़ोदरा और सूरत के कई इलाको में घूमते रहे | इस बीच उनके पास पैसों की भी किल्लत आ गई | 47 लाख में 34 लाख रुपये तो दोस्तों में बांटी जा चुकी थी , बचे हुए 13 लाख रुपये एक महीने में समाप्ति की दौर पर जब अपने अभाव का दस्तक दिया , तो महिला का नशा छू मंत्र हुआ और दोनों ट्रेन और बस में सफ़र करते हुए इंदौर वापस पहुंचे | ड्राईवर तो फरार हो गया , परन्तु महिला स्वयं थाने पहुंचकर सारी बातों से पुलिस को अवगत कराते हुए कहा कि - वे अब पति के साथ रहना चाहती है |
महिला का ड्राईवर के साथ भागने का कारण कोई बड़ी घटना या उद्देश्य नहीं कहा जा सकता | छनकर जो बाते सामने आयी , वह सिर्फ इतना आ पाया कि - पति उसे परेशान करता था , जिससे पत्नी को घर से भागना पड़ा | परेशानी का खंडन सामने नहीं आ सका , जिससे की भागने का दौड़ समझ में आये | पति से परेशान पत्नी घर छोड़कर भागती है , तो क्या एक महीने बाद वापस आने पर फिर वहीं परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा !
धन भी गया जो बहुत मुश्किल से नसीब होता है , साथ में प्रतिष्ठा भी गई | इसके साथ हीं पति का वो रुतबा जिसके आधार पर पति धन कमाने की होर में लगा है ताकि एक अच्छी जिंदगी स्वयं को , पत्नी को व परिवार को दे सके | आखिरकार एक महीने की इस नासमझ हड़कत से किसको क्या मिला ? यह समझ से परे है | इससे तो अच्छा था कि अगर पति के साथ घूमना पसंद नहीं या फिर पति के पास समय नहीं , तो परिवार या सहपाठी की कमी भी ऐसे जगहों पर नहीं होती | पति की स्वीकृति से परिवार के सदस्यों के साथ देश - विदेश सभी जगह आसानी से घुमा जा सकता था |
पुलिस की डर से छुपकर घूमना और फिर मजबूरन पुलिस चौकी में दस्तक देना इसे बुद्धिमानी नहीं कहा जा सकता | यह बातें बहुत हीं गहरी है , जिसपर महिलाओं को , महिलाओं के पति को , परिवार को ध्यान देना निहायत जरुरी है |
महिला के पति आधुनिक ख्यालात के कहे जा सकते है , तभी वह अपनी पत्नी को क्षमा करते हुए साथ रखने की बाते कह दी | रुपये तो ख़त्म हो गये मगर जेवरात को महिला ने सही सलामत अपने पास रखा है | पुलिस ने कई घंटे महिला से पूछताछ की |
जानकारी के तौर पर पत्नी के पास हीं घर के मुख्य लॉकर की चाबी रहती थी | महिला का मायका और ससुराल दोनों हीं धनाढ्यवर्ग से आते है और करोड़ों के जमीन के मालिक भी हैं | पुलिस को परिजनों ने बताया था कि - कुछ हीं दिन पहले जमीन के सौदे से मिले थे 47 लाख रुपये , जो तिजोरी में रखे गए थे | महिला अचानक घर से लापाता हुई और उनका मोबाइल भी बंद था , इस आधार पर अनुमान लगाया गया कि उसने हीं रुपये निकाले होंगे जिससे इसी आधार पर पुलिस में मामला दर्ज हुआ |
पूर्व में रितेश नामक युवक की गिरफ्तारी हुई थी , जिससे पुलिस ने पूछताछ की | खरजाना पुलिस प्रभारी दिनेश वर्मा ने बताया था कि - खरजाना थाना पर गुमशुदा महिला प्रकरण दर्ज हुआ था , जिससे महिला की तलाश की जा रही थी | अब जाकर तलाश पूरी हुई और महिला पुनः अपने घर पहुँच चुकी है |
अब इस महिला की जिंदगी का नजारा क्या होगा ? इसपर कुछ भी प्रतिक्रिया देना उचित नहीं ! अच्छा है कि सुबह का भुला शाम को अपने घर वापस आ चुकी है | बेहतर है की जिंदगी एक नए मोड़ लेते हुए आगे बढ़ जाए , फिर तो हर दिन एक नया सवेरा है | ..... ( न्यूज़ / फीचर :- आदित्या / एम० नूपुर की कलम से )
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