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आज गुजरात के मोरबी जिले में केबल ब्रिज टूटने से 60 से ज्यादा लोगो की मौत हो गई | यह हादसा आज शाम को हुआ जब ब्रिज पर मौजूद लोग नीचे पानी में गिर गए |
मोरबी जिले में मणि मंदिर के पास यह ब्रिज मच्छु नदी पर बना हुआ है | यह पूल 1880 के आसपास बनकर तैयार हुआ था जिसका उद्घाटन मुंबई के गवर्नर श्री रिचर्ड टेम्पल ने 20 फ़रवरी 1879 को किया था |
30 अक्टूबर 2022 को यह पूल क्षतिग्रस्त हुआ | 140 साल से ज्यादा इस पूल ने अपनी मजबूती का सबूत पेश किया है | 3.5 लाख की लागत से इस पूल का निर्माण किया गया था | इसकी लम्बाई 765 फीट है | भारत के लिए यह एक एतिहासिक धरोहर कहा जा सकता है | इस एतिहासिक धरोहर पर कुछ हीं समय पूर्व मरम्मत के लिए 2 करोड़ की लागत लगाईं गई थी | नए वर्ष के मौके पर इस पूल को खोला गया | रिनोवेशन के बाद इतना बड़ा हादसा होना कई सवाल को दर्शाता है |
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पूल टूटने की खबर मिलते हीं पुलिस टीम द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है | विडियो में नजर आ रहा है ब्रिज टूटने के बाद का वह दृश्य जहाँ रस्सी पकड़े हुए वो लाचार लोग जो इस घटना से अनभिज्ञ थे , अपनी जिंदगी के इस पल को बेवसी में जी रहे आँखों में सहमी सी गति लेकर |
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल इस त्रासदी में जान गंवाने वाले लोग के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए सहायता राशि के रूप में 4 लाख रूपये वहीं घायल लोगो के परिजनों को 50 हजार रूपये देने की घोषणा की है |
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मृत व्यक्ति के परिजनों को राहत कोष से दो दो लाख रुपये देने की घोषणा की है |
बरामद शव से पता लगा है कि मरने वालो में ज्यादातर बच्चे , महिलायें व बुजुर्ग है |
7 माह तक यह पूल बंद रहा | 2 दिन पूर्व इस पूल को नए साल के अवसर पर आवागमन के लिए खोल दिया गया था | जानकारी के आधार पर यहाँ पर 400 लोग मौजूद थे जिसमे 100 लोग नदी में गिरे | यह हादसा भारतवासियों के लिए काफी दुखद है , परन्तु मरने वाले अपने पीछे कोई न कोई कारण छोड़ जाते हैं | वक्त का यहीं दौर है जहाँ मृत्यु किसी न किसी पगडण्डी पर खड़ी है | ........ ( न्यूज़ / फीचर :- रुपेश आदित्या , एम० नूपुर की कलम से )
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