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ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के पद से इस्तीफा देने के बाद संग्रहालय से उनकी प्रतिमा हटाई है | ब्लैकपूल के पास मोम संग्रहालय ने यह निर्णय लिया कि - बोरिस जॉनसन अब प्रधानमंत्री नहीं है इसलिए म्यूजियम से उनकी मूर्ति हटाई जाए | अब उनकी इस प्रतिमा को मैडम तुसाद ने लंकाशायर में रोड किनारे एक जॉब सीकिंग के बाहर लगा दिया है |
7 जुलाई को बोरिस जॉनसन ने अपने पद से इस्तीफा दिया था | इस्तीफा देते समय उन्होंने कहा था कि - मै यह चाहता हूँ आप यह जान ले कि मै दुनिया की सबसे अच्छी नौकरी छोड़ने के बाद कितना दुखी हूँ |
जॉब सेंटर के बाहर रखी जाने वाली इस मोम की प्रतिमा में बोरिस जॉनसन अपने हाथ को कमर पर रखे हुए हैं , चेहरे पर वहीं मुस्कुराहट और ट्रेडमार्क हेयर स्टाइल | वहां से जो भी नागरिक गुजरते है , पहले मूर्ति देखकर आश्चर्य में भर जाते है फिर मूर्ति के साथ सेल्फी लेने से चूकते नहीं | इसे इक्तफाक कहा जाए या फिर समय का तकाजा कि - 20 कलाकारों की मेहनत और 8 माह का समय खर्च करने के बाद इस मूर्ति को पूरा किया गया था और इसी साल मार्च माह में मैडम तुसाद द्वारा इस प्रतीमा का अनावरण किया गया था |
ससम्मान इस प्रतीमा को जब म्यूजियम में सजाया गया था , तब प्रतीमा का देश ने एक अलग मूल्य लगाया और पद से हटते हीं इस प्रतीमा का मूल्य क्या से क्या हो गया ? लोगो ने इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर भी शेयर किया है |
गौर करने वाली बात है कि - लंकाशायर में प्रधानमंत्री रहे बोरिस जॉनसन की प्रतीमा को वैकेंसी लिखे एक बोर्ड के सामने रखा गया और इशारा किया गया कि बोरिस को काम की तलाश है |
सोशल मीडिया पर ट्रेंड हो रहा यह तस्वीर जिंदगी का एक अहम् सवाल है |
एक बार फिर हम यह सोंचने पर मजबूर हुए कि - इस दुनिया में आदमी की कीमत क्या है ? सूरज के अस्त होने के बाद उसका अस्तित्व कहाँ ? वहीं विलुप्त हो जाता है रौशनी और फिर दुनिया को तलाश होती है एक नए सुबह की , गुलाबी पहर की | अब सोंचना है कि - जिंदगी का सहर कहाँ हैं और जिंदगी कब तक सहर है ?
इंसान का आम आदमी से ख़ास बन जाना और फिर खास से आम तक सफ़र तय करना , यहीं तो जिंदगी का दौर है जिसके लिए जिंदगी सड़को पर दौड़ती / बिखरती नजर आती है | किसी शायर ने क्या खूब लिखा है - ये जीवन है इस जीवन का यही है रंग रूप , थोड़े गम है थोड़ी खुशियाँ यहीं है छावं धूप | ............ ( न्यूज़ / फीचर :- रुपेश आदित्या , एम० नूपुर की कलम से )
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