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ED के गुड मोर्निंग से परेशान हुए मनोज परमार अपनी पत्नी के साथ सुसाईड किया , 3 बच्चे तन्हां रह गए |
मनोज परमार एक जाना पहचाना सा नाम और चेहरा है | आपको बता दे - इनके हीं बच्चों ने राहुल गांधी को भारत जोड़ो यात्रा के दौरान गुल्लक भेंट की थी जिसे राहुल गाँधी ने बड़े हीं प्यार से स्वीकार किया था और तभी से ये परमार परिवार गुल्लक परिवार के नाम से मशहूर हुए | ये मध्यप्रदेश सीहोर के आष्टा में रहनेवाले कारोबारी दंपति थे |
शुक्रवार सुबह अपने हीं बेडरूम में फंदे से लटकर इनदोनो ने आत्महत्या कर ली |
इनके तीन बच्चे हैं - जीया ( 18 वर्ष ) , जतीन - 16 और यश 13 वर्ष | इतनी कम उम्र में माँ - पिता का हाथ सर से उठ जाना , इससे बड़ा दुर्भाग्य भला और क्या होगा !
बच्चो ने बताया - ED अधिकारी ने उनके माता - पिता पर मानसिक दबाव बनाया था | इसी दबाव के कारण वो बहुत परेशान रहते थे | गुरूवार को अपने परिवार के साथ सुसनेर के पास हीं बंगलामुखी मंदिर गए थे | साढ़े 8 बजे के करीब सभी घर लौटे | इन तीनो बच्चो को सुलाया फिर अपने कमरे में सोने चले गए | सुबह समय पर बाहर नहीं आये तो हम उन्हें उठाने गए तो देखा कि ये दोनों फंदे से लटके हुए हैं और उसी वक्त परिवार और पुलिस को भी फोन किया |
सूचना मिलते हीं पुलिस घर पहुंची और शव को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया | पुलिस को घर में 5 पन्ने का सुसाईड नोट भी प्राप्त हुआ है |
सुसाईड नोट में लिखा है - अधिकारियों ने मेरे घर पर छापा मारा और उधार रखे गए 10 लाख कैश के साथ 70 ग्राम सोने के जेवरात भी लेकर गए | इस बात का जिक्र पंचनामे में नहीं किया | यह 10 लाख रुपये पत्नी के 2013 का बैंक ऑफ़ बड़ोदा का लोन के OTS करने के लिए उधार लाया था जिसे ED के असिस्टेंट डायरेक्टर संजीत कुमार साहू और राधेश्याम विश्नोई ले गए | छापामारी के टीम व अधिकारी ने उनसे कहा था - अगर भाजपा में तुम होते तो तुम पर केस नहीं होता और मेरे कंधे पर जूते रखते हुए उसी अधिकारी ने बोला - तेरी यही औकाद है |
5 पन्नो में दंपती ने ऐसे हीं अपना दर्द व्यक्त किया | सुसाईड नोट सिर्फ आत्महत्या वाली जगह पर नहीं थी बल्कि 17 अलग - अलग हस्तियों को भी जिनमे राष्ट्रपति , प्रधानमंत्री , राहुल गाँधी , सुप्रीमकोर्ट के चीफ जस्टिस , गृहमंत्री , राज्यपाल , डीजीपी पुलिस सहित कई न्यूज़ चैनलों को भी प्रेषित किया है |
5 दिसंबर को PNB से 6 करोड़ के फ्रॉड मामले में ED ने इनके चार ठिकानों पर छापेमारी की थी | कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि "भारत जोड़ो यात्रा" के दौरान कारोबारी ने राहुल गांधी को गुल्लक भेंट की थी , इसी के बाद से वो भाजपा के निशाने पर थे और यहीं कारण है कि उनके खिलाफ ED द्वारा करवाई की गई जिससे परेशान होकर दंपत्ति ने इतना आत्मघाती कदम उठा लिया |
मनोज परमार द्वारा लिखा गया सुसाईड नोट को पढ़कर किसी का भी मन रो देगा | उन्होंने यह भी लिखा - सेशन कोर्ट आष्टा और सीबीआई कोर्ट भोपाल में 2017 से एक हीं घटना का 2 FIR में ट्रायल झेल रहा हूँ जिसमे 2023 में आष्टा कोर्ट का जजमेंट हो चूका है मगर दूसरा FIR का सीबीआई कोर्ट भोपाल में ट्रायल चल रहा है बावजूद तीसरी बार मेरे घर 5 दिसंबर 2024 की सुबह 5 बजे ED ने छापेमारी आरम्भ किया जिसमे उन्होंने पुरे घर की सर्चिंग की | उसी रात 9 बजे कुछ दस्तावेजो के साथ घर पर रखे 10 लाख रुपये जो मैंने अपने रिश्तेदार और शराब ठीकेदार दिनेश परमार से लिए थे सहित 70 ग्राम जेवरात लेकर भी निकल गए | इन दोनों का जिक्र उन्होंने पंचनामे में नहीं किया |
भेजे गए सुसाईड नोट अपना क्या असर छोड़ता है और इन्हें कब तक इन्साफ दिला पायेगा , यह तो आनेवाले समय पर निर्भर है | फिलहाल कोर्ट से परेशान होकर आये दिन लोग ख़ुदकुशी कर रहे हैं , आखिर ऐसा कब तक चलेगा ! जिनके पास हैसियत भी नहीं वो भी आम नागरिक छोटी छोटी बातो में वो पति - पत्नी के बीच तलाक का मामला क्यूँ न हो परेशान हो रहा है और अपने दर्द को सुसाईड का रूप देते हुए देश के सामने कानून के न्याय पर मोहर लगाते हुए सवाल छोड़ रहा है और आनेवाले कल पर यह सन्देश किस कदर असर छोड़ेगा कहना मुश्किल है | आखिर इंसान अपने बचाव में कब तक घूंटता रहेगा | ........... ( न्यूज़ / फीचर :- रुपेश आदित्या , एम० नूपुर की कलम से )
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